India And Russia Relationship
भारत और रूस: एक मजबूत रिश्ता
भारत और रूस का संबंध वर्षों पुराना और गहरा है। दोनों देशों के बीच यह रिश्ता केवल राजनीतिक या आर्थिक साझेदारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संस्कृति, रक्षा और विज्ञान जैसे कई क्षेत्रों में भी फैला हुआ है। इस रिश्ते की बुनियाद Mutual Respect और Understanding पर आधारित है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
भारत और रूस के संबंध Cold War era से ही मजबूत रहे हैं। 1950 और 60 के दशक में, जब भारत अपनी अर्थव्यवस्था और रक्षा को मजबूत करने की प्रक्रिया में था, तब रूस (तब का सोवियत संघ) ने भारत को कई Strategic Sectors में Support किया। रूस ने भारत को Heavy Machinery, Defense Equipment और Space Technology में सहायता प्रदान की।
रक्षा क्षेत्र में सहयोग
रक्षा क्षेत्र में भारत और रूस का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है। ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos Missile), जो दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइलों में से एक है, भारत और रूस के संयुक्त प्रयास का परिणाम है। इसके अलावा, भारत की लगभग 60-70% रक्षा तकनीक और उपकरण रूसी Origin के हैं।
ऊर्जा क्षेत्र में भागीदारी
ऊर्जा के क्षेत्र में भी भारत और रूस के संबंध गहरे हैं। भारत की ऊर्जा सुरक्षा में रूस की भूमिका महत्वपूर्ण है। साखालिन (Sakhalin) में तेल और गैस परियोजनाएं इसका उदाहरण हैं। साथ ही, रूस भारत के Nuclear Power Sector में भी एक मुख्य भागीदार है, जैसे कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना (Kudankulam Nuclear Power Project)।
व्यापार और आर्थिक संबंध
हालांकि भारत और रूस के बीच Trade Relations को और मजबूत करने की आवश्यकता है, लेकिन दोनों देश इसे Priority दे रहे हैं। International North-South Transport Corridor (INSTC) और चाबहार पोर्ट के माध्यम से कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रयास जारी हैं।
सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान
भारत और रूस के बीच Cultural Exchange का एक लंबा इतिहास रहा है। भारतीय फिल्मों और योग को रूस में काफी पसंद किया जाता है, वहीं रूसी साहित्य और बैले (Ballet) ने भारत में अपनी छाप छोड़ी है। साथ ही, कई भारतीय छात्र Higher Education के लिए रूस जाते हैं।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य
भारत और रूस दोनों ही United Nations, BRICS और SCO जैसे Multilateral Platforms पर एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। दोनों देश Multipolar World Order के समर्थक हैं और अपनी Foreign Policy में समान दृष्टिकोण रखते हैं।
निष्कर्ष
भारत और रूस का रिश्ता एक Classic Example है कि कैसे दो देश Mutual Trust और Cooperation के माध्यम से एक स्थायी और मजबूत Partnership बना सकते हैं। यह रिश्ता न केवल दोनों देशों के लिए फायदेमंद है, बल्कि विश्व शांति और स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इसलिए, भारत और रूस का Strong Bond एक मिसाल है कि कैसे विविध संस्कृतियों और विचारधाराओं के बावजूद, आपसी सम्मान और सहयोग के माध्यम से एक मजबूत साझेदारी बनाई जा सकती है।
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